तू जिंदा है तो...

तू जिंदा है तो

   जिंदगी की जित पे यकीन कर

अगर कहीं है स्वर्ग तो

उतार ला जमीन पर ॥धृ॥

ये गम के और चार दिन

सितम के और चार दिन

ये दिन भी गुजर जाएँगे

जैसे गये हजार दिन

आ - आ - आ - ओ - ओ - ओ

कभी तो होगी

 इस चमन पे भी बहार की नजर

अगर कहीं है स्वर्ग ... ॥1॥

सुबह के शाम के

रंगे हुए गगन को चूमकर

तू सून-2

जमीन गा रही है

कबसे झूम झूम कर,

आ - आ - आ - ओ - ओ - ओ

तू आ मेरा सिंगार कर,

तू आ मुझे हसीन कर

अगर कहीं है स्वर्ग ... ॥2॥

हजार वेश धर के आयी

मौत तेरे द्वार पर

मगर तुझे न छू सकी

चली गयी वह हारकर

आ - आ - आ - ओ - ओ - ओ

हर एक सुबह के संग संग

मिली तुझे नयी उमर

अगर कहीं है  स्वर्ग ... ॥3॥

हमारे कारवाँ को

मंजिलों का इंतजार है

ये आँधियों के बिजलियों के

पीठ पर सवार है

आ - आ - आ - ओ - ओ - ओ

तू आ कदम मिला के चल

चलेंगे एक साथ हम

मुसीबतों का सिर कुचल

चलेंगे साथ साथ हम

अगर  कहीं  है स्वर्ग ... ॥4॥

Previous Post Next Post