जीवन में कुछ
जीवन में कुछ करना है तो
मन को मारे मत बैठो।
आगे-आगे बढना है तो,
हिम्मत हारे मत बैठो॥धृ॥
चलनेवाला मंजिल पाता,
बैठा पीछे रहता है,
ठहरा पानी सडने लगता,
बहता निर्मल होता है,
पाँव मिले चलने की खातिर,
पाँव पसारे मत बैठो।
आगे आगे बढना ... ॥1॥
तेज दौडनेवाला खरगोश,
दो पल चलकर हार गया,
धीरे धीरे चलकर कछुआ
देखा बाजी मार गया
चलो कदम से कदम मिलाकर
दूर किनारे मत बैठो।
आगे आगे बढना ... ॥2॥
धरती चलती, तारे चलते,
चाँद रात भर चलता है,
किरणों का उपहार बाँटने,
सूरज रोज निकलता है,
हवा चले तो महक बिखरे,
तुम भी प्यारे मत बैठो।
आगे आगे बढना ... ॥3॥